तमाम रिवायतों का दर्पण हो तुम,
अदब और तहज़ीब की तालीम हो तुम।
कहते थे वो सोने की चिड़िया जिसे,
जज़्बा और उल्फ़त भरी मेरी वाल्दीन हो तुम।
विवेकानंद की पवित्र पूजा स्थली हो तुम,
मौलाना आजाद की वो पाक जाएं नमाज हो तुम।
जिंदगी दी जिसने कई बहादुरों को अपनी कोख से
उन सभी ज़ुर्रत मन्दो की रूह की ख्वाबगाह हो तुम।
काजी नज़रुल और टैगोर की प्रेम भरी कविता हो तुम,
भगत सिंग,अशफाकउल्ला खान की दिलेरी ख्वाब हो तुम।
शहादत चुन लिया लाखो ने जिनकी आजादी के लिए,
उन शख्सियतो के सपनो का उड़ता परिंदा हो तुम।
फ़क्र होता है इस सरजमीं को अपना कहते हुए,
कई बेमिसाल सभ्यताओ की नुमाइश हो तुम।
जिस तिरंगे को सलाम करते जी नही भरता,
उसकी शान से लहराने की इकलौती वजह हो तुम।।
~SHIRIJWAL(Ujjal P Sarkar)
❤️ loved it bro 👍
Just wow..!!!😍😍
Beautiful thoughts...just I felt some issues with hindi.
उन शख्सियतो के सपनो का उड़ता परिंदा हो तुम,
सभ्यताओ की नुमाइश
#no_offence 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जय हिन्द। अच्च्गी कोशिश।
Happy Independence Day!❤️
Khoobsurat! ❤️