अब तुम्हीं बताओ क्या करू
कुछ बोलू या बस देखता रहूं
चेहरे से नजर हते तब तो कोई सवाल करू
तब तक के लिए एक शायरी तुम्हारे नाम करू...
तुम्हे देख कर लगता है कि खूबसूरत की हद
यही तक होगी,
प्यार होना आज कल आम बात हैं
पर सच्छे इश्क़ को मोहब्बत ना सच्छ में
तुम्हीं से होगी ...
अब इश्क़ मैं भी जिस से इश्क़ हुआ
उसे इश्क़ ना हुआ तो फिर किया इश्क़ हुआ
तुम्हे यादों मैं रखु या सामने देखू
तुम्हे पा ही लिया तो वह ख्वाब किया हुआ..
बस तुम्हे चाहने की लड़ाई हैं
तुम्हारी सोच से ज्यादा..
मैंने कब कहा मुझे चाहिए हो तुम
बस ध्यान रहे कहीं गैर ना हो जाए
प्यार करना जरूरी हैं बताना थोड़ी ना
तुम्हे पाना मुश्किल था चाहना थोड़ी ना...
अब तो लगता है ज़िन्दगी बित जाएगी
तुम्हे एहसास नहीं होने वाला
तुम्हारे इश्क़ की कितने इम्तिहान दे दिए
तुम्हीं बताओ किया अब में कभी पास नहीं होने वाला...
मुझे दिखती हो तुम हर जगह
इधर भी उधर भी,
फिर गूम हो जाती हो हमेशा की तरह
अब और कितना लिखवाओगी यार
कितनी तारीफ करवाओगी यार
कभी तो जवाब में कुछ कहो
मेरी कविताएं तुम्हे अच्छी लगी कि नहीं
मुझे पता तो हो....
दिल धड़कता है पर तुम्हे कहा कुछ फड़क पड़ता है
कितना अजीब हैं ना
तुम्हे पाया तो हैं नहीं फिर भी खोने से डर लगता है
तुम्हारा आना अच्छा लगता है
जाना थोड़ी ना
तुम्हे पाना मुश्किल था चाहना थोड़ी ना
याद तुम्हारी रुलाती हैं फिर भी...
याद तुम्हारा मैं करना चाहता हूं
ज़िन्दगी का भी भरोसा नहीं है
कहीं तुम्हे मिले बिना मर ना जाऊं
तुम्हे चाहना सजा हैं या मजा हैं
ये समझ नहीं आता
बस तुम्हे प्यार करना एक पहली औहलियात हैं मेरी...
मुझसे बेहतर हजारों होगे
पर दिल के मामले में सर्त लगा लो
यह कहना तो आसान है
सच में भुलाना थोड़ी ना
तुम्हे पाना मुश्किल था चाहना थोड़ी ना....
बेहतरीन👌👌
बहुत खूब।
Bahut khoob! Jaise kisi sachche aashiq ki jawani ho... 👏